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चंडीगढ़ में प्रदर्शनकारी किसानों और केंद्रीय टीम के बीच बैठक

चंडीगढ़: प्रदर्शनकारी किसानों और केंद्र के बीच शनिवार शाम को बातचीत का एक नया दौर शुरू होगा, जिसमें फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी ...

चंडीगढ़: प्रदर्शनकारी किसानों और केंद्र के बीच शनिवार शाम को बातचीत का एक नया दौर शुरू होगा, जिसमें फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी समेत अन्य मांगों पर चर्चा होगी। केंद्रीय टीम और किसान नेताओं के बीच यह बैठक चंडीगढ़ के महात्मा गांधी लोक प्रशासन संस्थान में शाम छह बजे होगी। 14 फरवरी को हुई पिछली बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा था कि 22 फरवरी को प्रदर्शनकारी किसानों के साथ होने वाली बैठक में केंद्रीय टीम का नेतृत्व कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शनिवार को कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल सकारात्मक सोच के साथ बैठक में हिस्सा लेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को उम्मीद है कि सरकार जल्द से जल्द उनके मुद्दों का समाधान करेगी। 

किसानों ने पहले अगली बैठक दिल्ली में करने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इसे चंडीगढ़ में तय किया। पंधेर ने कहा, "आज केंद्र के साथ छठे दौर की वार्ता होगी। हमें जानकारी है कि केंद्रीय कृषि मंत्री और अन्य मंत्री बैठक का हिस्सा होंगे। केएमएम और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) प्रतिनिधिमंडल बैठक में भाग लेगा।" यह चर्चा किसानों द्वारा एक साल से चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद हुई है, जो मुख्य रूप से कृषि उपज पर एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग पर केंद्रित है। बैठक के बाद जोशी ने कहा था कि अगली बैठक केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में होगी। जोशी ने कहा था कि वह भी उस बैठक का हिस्सा होंगे। 

14 फरवरी की बैठक से पहले, फरवरी 2024 में केंद्रीय मंत्रियों और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच चार दौर की बैठकें हुईं, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के बैनर तले किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उन्हें अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी थी। 


-पीटीआई