घटना का पूरा विवरण पटियाला में 13 और 14 मार्च की रात को सरकारी राजिंदरा अस्पताल के पास एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें सेना के सेवानिवृत्त कर्न...
घटना का पूरा विवरण
पटियाला में 13 और 14 मार्च की रात को सरकारी राजिंदरा अस्पताल के पास एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें सेना के सेवानिवृत्त कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे पर पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से हमला किया। बताया जा रहा है कि कर्नल और उनके बेटे एक ढाबे पर खाना खा रहे थे, तभी कुछ पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और उन्हें गाड़ी हटाने के लिए कहा। जब कर्नल ने पुलिसकर्मियों के गलत व्यवहार का विरोध किया, तो एक पुलिसकर्मी ने उन पर हमला कर दिया। इसके बाद बाकी पुलिसकर्मियों ने भी उन पर और उनके बेटे पर लाठियों से हमला कर दिया।इस हमले में कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ की एक बाजू टूट गई, जबकि उनके बेटे के सिर पर गहरी चोट आई। इस घटना के बाद पूरे पंजाब में पुलिस की बर्बरता पर सवाल उठने लगे हैं, और न्याय की मांग तेज हो गई है।
कर्नल की पत्नी की भावुक अपील
कर्नल की पत्नी, जसविंदर कौर बाठ, ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए और न्याय की मांग की। उन्होंने कहा, "मैं अपनी आवाज़ सिर्फ इसलिए उठा रही हूं क्योंकि मेरे बेटे ने कहा कि वह इस देश में नहीं रहना चाहता। क्योंकि यह अब रहने लायक नहीं है। मुझे उसे साबित करना था कि न्याय मिलेगा।"
उन्होंने पुलिस पर कार्रवाई न करने और मामले को दबाने का आरोप भी लगाया। जसविंदर कौर का कहना है कि जब उन्होंने शिकायत दर्ज करानी चाही, तो उनकी प्राथमिकी (FIR) दर्ज नहीं की गई। इसके बजाय, ढाबा मालिक के बयान के आधार पर एक अलग केस बनाया गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
घटना के बाद बढ़ते दबाव को देखते हुए पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह ने 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी। पटियाला पुलिस ने पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं के तहत नई प्राथमिकी दर्ज की है।
इसके अलावा, एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है, जो इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगा। यह जांच 45 दिनों के भीतर पूरी की जानी है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश देखा गया। सेना के सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों ने इस हिंसा की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
कई राजनीतिक दलों ने भी इस घटना को लेकर सरकार को घेरा है और पुलिस की जवाबदेही तय करने की मांग की है। पंजाब सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह पुलिस प्रशासन में सुधार लाए और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोके।
निष्कर्ष
पटियाला पुलिस द्वारा की गई इस बर्बरता ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाठ की भावनात्मक अपील ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या ठोस कदम उठाता है और क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं।