वर्ष 2025 में अंतरराष्ट्रीय खेल जगत ने एक ऐतिहासिक पड़ाव मनाया — पहले इंटरनेशनल वर्कर्स ओलंपियाड को आयोजित हुए 100 वर्ष पूरे हो गए। वर्ष 1...
वर्ष 2025 में अंतरराष्ट्रीय खेल जगत ने एक ऐतिहासिक पड़ाव मनाया — पहले इंटरनेशनल वर्कर्स ओलंपियाड को आयोजित हुए 100 वर्ष पूरे हो गए। वर्ष 1925 में जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में शुरू हुई यह आंदोलन, जो समानता, एकता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर आधारित था, आज के CSIT वर्ल्ड स्पोर्ट्स गेम्स के रूप में विकसित हो चुका है।
कॉन्फ़ेडरेशन स्पोर्टिव इंटरनेशनेल ट्रवैयलिस्ट ए एमेच्योर (CSIT) की स्थापना 1913 में बेल्जियम में की गई थी, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के श्रमिकों और शौकिया खिलाड़ियों के लिए खेलों को प्रोत्साहित करना था। एक सदी बाद भी यह संगठन खेलों के माध्यम से एकता, समान अवसर और सामाजिक प्रगति का प्रतीक बना हुआ है।
इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए जर्मनी के CSIT सदस्य संगठन RKB Solidarität Deutschland 1896 Solidaritätsjugend ने अक्टूबर 2025 में न्यू-इसनबर्ग स्पोर्ट्स पार्क में एक भव्य समारोह का आयोजन किया। इस उत्सव को “SPORTOPIA” नाम दिया गया था, जिसमें अतीत की यादों और भविष्य की उम्मीदों का सुंदर संगम देखने को मिला। यह स्थान भी विशेष महत्व रखता है — यह फ्रैंकफर्ट के वॉल्डस्टेडियन (अब ‘डॉयचे बैंक पार्क’) से कुछ ही किलोमीटर दूर है, जहां 1925 में पहला वर्कर्स ओलंपियाड आयोजित हुआ था।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने एकता, स्मृति और नए उत्साह का अनोखा अनुभव किया। वही प्रश्न आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने 100 वर्ष पहले थे —
खेल किसके लिए हैं? खेल का उद्देश्य क्या है? और समाज में खेल क्या परिवर्तन ला सकता है?
फ्रैंकफर्ट 1925 से लेकर लूत्राकी 2025 तक — जहां इस वर्ष आठवां CSIT वर्ल्ड स्पोर्ट्स गेम्स आयोजित हुआ — यह आंदोलन इस विश्वास का प्रतीक बना हुआ है कि खेल सबके लिए हैं, जो सीमाओं, वर्गों और पीढ़ियों से परे मानवता को जोड़ते हैं।