जेवर (गौतमबुद्ध नगर) , 25 अक्टूबर 2025 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के ...
जेवर (गौतमबुद्ध नगर), 25 अक्टूबर 2025
उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
(जेवर) के
निर्माण कार्यों की प्रगति का निरीक्षण किया। उन्होंने एयरपोर्ट परिसर के विभिन्न
हिस्सों का दौरा किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित
समयसीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं।
✈️ एयरपोर्ट परिसर का विस्तृत निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी ने सबसे
पहले उद्घाटन समारोह स्थल, घरेलू टर्मिनल भवन, सुरक्षा
व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और कनेक्टिविटी से जुड़े
कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने निर्माण एजेंसियों से विस्तारपूर्वक जानकारी ली और कहा कि
यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश की शान बनेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“नोएडा
इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के विकास का प्रतीक बनेगा। इसकी गुणवत्ता और
सुविधाएं ऐसी होनी चाहिए जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उदाहरण प्रस्तुत करें।”
🏗️ मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों
को निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की सुस्ती, लापरवाही या गुणवत्ता में कमी बर्दाश्त
नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उद्घाटन के दिन से ही यात्रियों को “सुव्यवस्थित, सुरक्षित और साफ-सुथरा
वातावरण” मिले।
मुख्यमंत्री ने सफाई, लाइटिंग, पेयजल, शौचालय, पार्किंग, सुरक्षा और ट्रैफिक
व्यवस्था को लेकर भी विशेष निर्देश दिए।
📅 उद्घाटन की तैयारियाँ
सरकारी सूत्रों के अनुसार, नोएडा
एयरपोर्ट के पहले चरण का उद्घाटन अक्टूबर 2025 के अंत में
प्रस्तावित है।
हालांकि कुछ तकनीकी जांचें और डीजीसीए (DGCA) की
अनुमति प्रक्रियाएँ अभी बाकी हैं,
इसलिए उद्घाटन की संभावित तारीख 30 अक्टूबर बताई जा
रही है, लेकिन आधिकारिक
घोषणा शीघ्र ही की जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी
बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।
एयरपोर्ट को “प्रधानमंत्री
के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के विजन-2027” का हिस्सा बताया गया।
📊 परियोजना का स्वरूप
·
कुल क्षेत्रफल (पहला चरण): लगभग 3,300 एकड़
·
कुल क्षेत्रफल (पूरा
प्रोजेक्ट): लगभग 11,750 एकड़
·
प्रथम चरण में: 1 रनवे और 1 टर्मिनल भवन
·
वार्षिक यात्री क्षमता: लगभग 1.2 करोड़ यात्री
·
भविष्य में (5 चरणों में विस्तार): 5 रनवे और 30 करोड़ यात्रियों की क्षमता
यह परियोजना पब्लिक-प्राइवेट
पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर
बनाई जा रही है, जिसका
विकास कार्य Yamuna International
Airport Pvt. Ltd. (YIAPL) के द्वारा किया जा रहा है। यह स्विस कंपनी Zurich Airport International AG की सहायक
इकाई है।
💰 निवेश और रोजगार
·
पहले चरण का निवेश: ₹10,500 करोड़ से
अधिक
·
कुल अनुमानित लागत: ₹30,000 करोड़
·
रोजगार सृजन: प्रत्यक्ष
और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग एक लाख रोजगार अवसर
·
एयरपोर्ट परिसर के पास एयरोसिटी, कार्गो
हब, लॉजिस्टिक जोन और मल्टी-मोडल ट्रांजिट हब जैसी
परियोजनाएँ भी विकसित की जा रही हैं।
🚊 कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर
मुख्यमंत्री ने यमुना
एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो लिंक, और बुलंदशहर, अलीगढ़ व आगरा से जोड़ने वाली सड़कों की
स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि उद्घाटन से पहले सभी प्रमुख मार्गों को यातायात के
लिए सुचारू किया जाए और यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
इसके साथ ही, एयरपोर्ट
से जुड़ी मेट्रो और बस सेवाओं की योजना पर भी चर्चा हुई।
🗣️ मुख्यमंत्री का बयान
“नोएडा
एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश को नई पहचान देगा। यह राज्य की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और औद्योगिक विकास
का केंद्र बनेगा। हमें इसे ‘ग्लोबल
स्टैंडर्ड’ के
अनुरूप तैयार करना है। उद्घाटन के दिन से ही इसे एक विश्वस्तरीय अनुभव बनाना हमारा
लक्ष्य है।”
🌍 एयरपोर्ट का महत्व
·
यह दिल्ली-एनसीआर के लिए दूसरा
प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।
·
दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, आगरा और अलीगढ़ के
यात्रियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
·
कार्गो और निर्यात उद्योग
के लिए यह एक बड़ा हब साबित होगा।
·
प्रदेश के पर्यटन और निवेश
माहौल को नई गति मिलेगी।
🧩 निष्कर्ष
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
का निरीक्षण मुख्यमंत्री योगी की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है।
यह परियोजना उत्तर प्रदेश को “विकसित राज्य” के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा
रही है।
सरकार का लक्ष्य है कि उद्घाटन के बाद पहले ही दिन यात्रियों को सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता का अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिले।
